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Wednesday, April 9, 2014

'चेहरे और चाल से बयान हो जाती है व्यक्ति की पर्सनेलिटी'

   
       आत्मविश्वासी कैसे बनें, यह हमारे कई कारकों पर निर्भर करता है, जैसे- हमारे माता-पिता का हमारे प्रति दृष्टिकोण, माता-पिता का अधिक सुरक्षात्मक दृष्टिकोण और अधिक अपेक्षा का होना। आत्मविश्वास की कमी का मतलब दक्षता में कमी नहीं है। यह माता-पिता द्वारा, मित्रों, सम्बंधियों या समाज के द्वारा अवास्तविक अपेक्षा पर ध्यान केंद्रित करने का नतीजा हो सकता है। हमें अपने अच्छे आत्मविश्वासी होने के एहसास को दूसरे के अनुमोदन के सहारे की आवश्यकता नहीं होनी चाहिए। यदि हम इस प्रकार करते हैं तो हमारा आत्मविश्वास अन्य लोगों के मूल्यांकन पर निर्भर करता है कि उनको कैसा लगता है या वे कैसा महसूस करते हैं।

           हमें निरंतर अपना आत्मविश्वास बनाना चाहिए, सुझाव का अनुकरण करना हमें मदद कर सकता है। कोई भी अपने भौतिक प्रस्तुतिकरण में सचेत नहीं रहता है। जब तक आप अपने आप में अच्छा नहीं दिखते हों या अच्छा अनुभव नहीं करते हों तो यही अपने आप की अनुभूति दूसरे को भी होती है। पोशाक का ठीक होना तथा अपने प्रस्तुतिकरण पर ध्यान देना सबसे अच्छा होता है।

           आपको अपने कपड़े पर बहुत सम्पति खर्च नहीं करना है, लेकिन जो भी आप पहनते हों, वह आपके जीवन के पड़ाव के अनुसार उचित होना चाहिए। मैंने खुद यह महसूस किया है कि मैं स्नान करने के बाद तथा साफ-सुथरे कपड़े पहनने पर सुंदर लगता हूं। इसका ध्यान रखिए कि हमेशा अच्छा पोशाक पहना जाए। आप एक कुली, टिकट कलेक्टर, रेलवे स्टेशन पर टिकट निरीक्षक या पोस्टमैन या पुलिसकर्मी को उसके पोशाक से पहचान सकते हैं। शेक्सपीयर ने सही कहा है- "पोशाक आदमी को हमेशा प्रस्तुत करता है।"

           आप किसी व्यक्ति का आकलन उसके हाव-भाव और चाल से कर सकते हैं। अपने हाव-भाव पर ध्यान दीजिए और हमेशा कोशिश कीजिए कि आप उत्साहित, महत्वपूर्ण और उद्देश्यपूर्ण दिखें। जिस तरह एक आदमी अपने आप को ढोता है, वह अपने आप में अपनी कहानी बताता है। अच्छे हाव-भाव के अभ्यास के द्वारा आप आप में अधिक महत्वपूर्ण और विश्वास महसूस करेंगे।

           अच्छा हाव-भाव मुख्यत: सीधी तरह बैठना और उठना है। अपनी ठोढ़ी को सीधा रखना है और दूसरे से आंख को मिलाए रखना है। किसी व्यक्ति के हाव-भाव, चाल को जांचकर आप यह निर्णय दे सकते हैं कि वह थका हुआ है, उत्साहित है, शक्तिशाली है या उद्देश्यपूर्ण है। आत्मविश्वासी व्यक्ति जल्दी-जल्दी और उत्साहित होकर चलते हैं। वे महसूस करते हैं कि उन्हें किसी जगह जाना है और महत्वपूर्ण कार्य करना है।
आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए सकारात्मक सोच का प्रयोग कीजिए। यह सब ध्यानपूर्वक सकारात्मक सोच के अलावा कुछ और नहीं है। आत्मविश्वास को बनाने के लिए धारणा का प्रयोग बहुत ही प्रभावशाली तरीका है। यह बहुत साधारण लगता है, शुरुआत में यह थोड़ी असुविधाजनक हो सकता है, लेकिन याद रखना कि जो आप करने की कोशिश कर रहे हैं, वह आपके दिमाग की नई उत्कंठा है।

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